राहुल वर्मा (Rahul Verma) की शाॅर्ट फिल्म ललक (Lalak) बिहार से लेकर विदेश तक में अपना जौहर दिखा रही है। अमेरिका में इसे बेस्ट फिल्म का अवार्ड दिया जा रहा है। और अब ललक के लिए एक और गुड न्यूज है। शॉर्ट फिल्म मेक्सिको में होने वाले द अंसिएंट फिल्म फेस्टिवल के लिए चयनित हुई है।
इस शाॅर्ट फिल्म (Short Film) का कांसेप्ट और मैसेज लोगों को इतना पसंद आ रहा है कि सिर्फ अपने देश ही नहीं विदेशों में इस फिल्म को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। लगातार कड़ी मेहनत पर विश्वास से राहुल वर्मा ने यह साबित कर दिया है कि उपलब्धि समय और जगह की मोहताज नहीं होती। अगर आप अपने समाज के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हो तो वक्त और जगह मायने नहीं रखता। कुछ इसी आशा और दृढ़ इच्छा के साथ राहुल वर्मा मुंबई छोड़कर नवादा जैसे छोटे शहर में फिल्म बनाने में जुट गए। एक ललक और कुछ करने की उम्मीद ने सफलता दिलाई आज राहुल यह साबित कर चुके हैं कि जरूरी नहीं मुंबई में रहकर ही हम अपने करियर में अच्छा कर सकते हैं अपने शहर अपने राज्य में अपने हुनर के बदौलत हम योगदान दे सकते हैं और वहां के लोगों को गौरवान्वित कर सकते हैं।
बतौर निर्देशक राहुल वर्मा का कहना है हम जिस भी फिल्ड से है प्रत्येक इंसान को अपने फील्ड में ही रहकर अपने शहर और राज्य के लिए योगदान देना चाहिए अगर वाकई हम कुछ सीख रहे हैं तो उसका कुछ प्रतिशत हमारे शहर की उन्नति के लिए भी दी जाए और अगर ऐसा सब लोग ठान ले तो हमारा शहर शिखर पर होगा। बता दें कि लघु फिल्म ललक (Lalak) शिक्षा पर आधारित फिल्म है। फिल्म के प्रोड्यूसर मोहम्मद कमरान है वहीं इस फिल्म में अभिनित तिवारी, राहत अली और अरुण वर्मा ने अहम भूमिका निभाई है। इस फिल्म के जरिए दर्शाया गया है कि अगर हमें एक प्रेरणा मिल जाए तो हम अपने क्षेत्र में काफी बेहतर कर सकते हैं।