Happy B’day : ‘सारांश’ में मिली वाहवाही के बाद अनुपम खेर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा
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Happy B’day : ‘सारांश’ में मिली वाहवाही के बाद अनुपम खेर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा

Anupam Kher Birthday-Filmynism

लगभग तीन दशक से बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान के साथ मजबूती से खड़े अभिनेता अनुपम खेर (Anupam Kher) का आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। 1984 में आई फिल्म ‘सारांश’ (Saransh) से उन्हें पहचान मिली। इस फिल्म के लिए अनुपम ने फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर (Filmfare Award) का पुरस्कार जीता था। 28 साल की उम्र में उन्होंने एक साठ साल के बूढ़े का किरदार निभाया था, जो आज भी याद किया जाता है। अनुपम खेर ने किसी भी फिल्म में लीड हीरो के तौर पर काम नहीं किया, पर कैरेक्टर रोल में ही उन्होंने अमिट छाप छोड़ी है।

अनुपम खेर (Anupam Kher) ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा यानी (NSD) से ग्रेजुएशन करने के बाद थियेटर से अपने कॅरियर की शुरुआत की। अनुपम ने 1982 में आगमन (Aagman) के साथ बाॅलीवुड में डेब्यू किया था, पर उन्हें असली पहचान मिली 1984 में आई फिल्म ‘सारांश’ (Saransh) में। इस फिल्म में उनके काम को बहुत सराहा गया था। तब अनुपम खेर सिर्फ 30 साल के थे और 60 साल का व्यक्ति किस तरह से सोचता है, कैसे उठता-बैठता है और उसके बोलने का तरीका क्या है, अनुपम ने इसे बखूबी निभाया था। बता दें कि अनुपम खेर इंडस्ट्री के चंद उन अभिनेताओं में हैं, जो अपने किरदार को वाकई जीते हैं। इसलिए आप उनकी कोई भी फिल्म देखें, आपको हर फिल्म में उनका काम बेहतरीन लगेगा।

अनुपम खेर की पहली शादी मधुमालती के साथ नाकामयाब रही। किरण खेर उनकी दूसरी पत्नी हैं। किरण खेर पहले से शादीशुदा थीं और अनुपम खेर भी रिश्ते में थे, लेकिन साथ में थिएटर करते करते दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया और फिर दोनों ने अपने पार्टनर्स को तलाक देकर शादी रचा ली।

एक बार एक इंटरव्यू में अनुपम खेर (Anupam Kher) ने कहा था कि 1987 में शेखर कपूर द्वारा निर्देशित फिल्म मिस्टर इंडिया (Mr India) में मोगैम्बो (Mogambo) का किरदार अमरीश पुरी से पहले मुझे ऑफर किया गया था, लेकिन एक-दो महीने बाद फिल्म निर्माताओं ने मेरी जगह इस भूमिका के लिए उन्हें ले लिया। उन्होंने कहा कि जब आप किसी फिल्म से निकाले जाते हैं तो सामान्य तौर पर एक कलाकार को बुरा लगता है, मुझे भी लगा था। पर, जब मैंने मिस्टर इंडिया देखी तो मुझे लगा कि ये बिल्कुल भी गलत फैसला नहीं था। क्योंकि अमरीश पुरी जी ने जैसा ये किरदार निभाया था, वैसा मैं कभी नहीं निभा सकता था। ऐसी सोच किसी बड़े कलाकार की ही हो सकती है। अनुपम खेर का बाॅलीवुड में एक अलग स्थान भी है, जो हर कोई मानता है।

कर्मा, तेजाब, राम लखन, दिल, सौदागर, 1942 ए लव स्टोरी, रूप की रानी चोरों का राजा और हम आपके हैं कौन जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में अनुपम खेर की भूमिका जानदार रही। कुछ कुछ होता है, मोहब्बतें, वीर जारा, रंग दे बसंती, श्खोसला का घोसला, ए वेडनस डे, और स्पेशल 26 जैसी फिल्में अगर सफल हुईं तो उसमें अनुपम खेर की बड़ी भूमिका रही। उनके साथ काम करने वाले एक्टर्स भी यह मानते हैं कि अनुपम खेर अपने किरदार में डूबकर काम करते हैं।

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