बॉलीवुड की ‘रानी’ की नाम से फेमस अभिनेत्री रानी मुखर्जी अरसे बाद फिल्म ‘हिचकी’ से बड़े पर्दे पर वापसी कर रही हैं. बता दें कि बेटी अदिरा को जन्म देने के बाद रानी ने फिल्मों से ब्रेक ले लिया था.
यशराज बैनर तले बनी इस फिल्म में रानी एक ऐसी टीचर का किरदार निभा रही हैं, जिसे नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर है. शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति अपनी कमजोरी को किस तरह ताकत बनाकर सफलता की बुलंदियों तक पहुंचता है यह दिखाना इस फिल्म का उद्देश्य है. फिल्म 23 मार्च को रिलीज होने जा रही है.
फ़िल्म में अपने किरदार के बारे में रानी कहती हैं कि फिल्म में मेरे किरदार का नाम नैना माथुर है. इसमें नैना के टीचर बनने का सफर दिखाया गया है, जो मुश्किलों से भरा है. दरअसल, नैना को बात करते समय हिचकी करने की बीमारी है, जिसे टॉरेट सिंड्रोम कहते हैं. सबको लगता है कि इसके चलते नैना कुछ कर नहीं पाएगी, लेकिन अपनी ही खामी को वह ताकत बनाती है और सबके विरोध करने के बाद भी टीचर बनती है. रानी ने कहा कि यह फ़िल्म संदेश देती है कि हर इंसान और हर बच्चा खास होता है. इन्हें स्कूल में समान शिक्षा मिलनी चाहिए, तभी बच्चे आगे चलकर डॉक्टर, इंजीनियर और टीचर बन पाएंगे.
रानी कहती हैं कि एक औरत होना गर्व की बात है. मुझे लगता है खासतौर पर भारतीय महिलाएं तो बहुत होती हैं. हमारे अंदर जो अंदरूनी शक्ति है उसे बनाए रखना चाहिए. खुद को समझना और खुद के लिए जीना भी बहुत जरूरी है.