बॉलीवुड की नंदिता दास जिन्होंने एक्टर, डायरेक्टर और राइटर के तौर पर अपनी पहचान बनाई। नंदिता दास ने इन दिनों अपनी एक शार्ट फिल्म रिलीज़ की है जो लॉकडाउन में प्रताड़ना पर आधारित है.
दरअसल इस शार्ट फिल्म में उन्होंने बेहद स्पेशल मैसेज दिया है. सात मिनट के इस शॉर्ट फिल्म में जो मुख्य किरदार है वो है एक प्रताड़ित महिला की आवाज, जिसे रोज घर में उसका पति मारता है. वहीं दूसरी महिला उसकी मदद करना चाहती है लेकिन उसकी जिम्मदारियां आड़े आती है.
इसी के साथ नंदिता ने लॉकडाउन में महिलाओं के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर्स भी दिए हैं. फिल्म का मुख्य संदेश है- ‘चाहे धीमी आवाज में चाहे चीखो या फिर चिल्लाओ, कोई तो है जो तुम्हें सुनेगा’.
वैसे लॉकडाउन की बात करें तो इस समय महिलाओं पर हो रहे घरेलू हिंसा के केस आम दिनों के मुकाबले ज्यादा रहे हैं. जहां एक ओर एक महिला शारीरिक हिंसा से तो वहीं दूसरी ओर एक महिला मानसिक प्रताड़ना का शिकार है. नंदिता दास ने अपनी इस शार्ट फिल्म के जरिये बहुत कुछ बताने और सचाई को दिखने की कोशिश की है.