बचपन से क्रिकेटर बनने का सपना संजोये सिलीगुड़ी का छोरा कब पर्दे पर चौका-छक्का मारने आ जाएगा, खुद उसने भी नहीं सोचा होगा। जी हां, अभिषेक वीर शर्मा (Abhishek Veer Sharma) एक ऐसा ही नाम है, जो बचपन से ही क्रिकेटर बनने का सपना देख रहा था। वह क्रिकेटर तो नहीं पर अभिनय की दुनिया में अच्छा कर रहा है।
रेपची (Rapchee) ऐप की वेबसीरीज ‘दिल्ली वाला दिल’ (Webseries Dilli wala Dil) से डेब्यू कर कर रहे अभिषेक वीर ने फिल्मिनिज्म (Filmynism) से बातचीत में अपनी सिलीगुड़ी से मुंबई तक के सुहाने सफर के बारे में बताया। अभिषेक वीर सिलीगुड़ी (Siliguri) के एक छोटे शहर से आते हैं। अभिषेक के पिता एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी हैं। एक मध्यम वर्गीय परिवार जहाँ पढाई से ज्यादा किसी चीज को शायद ही तवजो दी जाती हो, ऐसे में उन्होंने मेडिकल की तैयारी जी जान लगाकर की, लेकिन सफलता हासिल न हो सकी। इतना ही, नहीं सरकारी नौकरी, रेलवे परीक्षा के लिए कोशिश की, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। अभिषेक कहते हैं कि मैंने तो सपने में भी नहीं सोचा था कंपीटीशन की तैयारी करते करते पर्दे पर किरदार को जीने की तैयारी करने लगूंगा।
बात 2015 की है। अभिषेक को एहसास हुआ कि जिस अभिनय की कला को वो बचपन से नजरअंदाज करते आ रहे हैं, दरअसल वही उनकी पहचान और उनकी प्रतिभा है उनकी मंजिल है. और फिर तब जाकर उन्होंने अपना पहला कदम मॉडलिंग में रखा। मॉडलिंग के साथ साथ उन्होंने अभिनय भी शुरू की। इसके लिए अभिषेक ने कोई एक्टिंग क्लासेज नहीं की बल्कि दूसरों के एक्टिंग को देख कर उससे सीखना शुरू किया। उस वक्त अपनी पॉकेट मानी से उन्होंने कैमरा परचेज किया, जिसके बाद वो कैमरे के सामने बहुत समय बिताते थे, अभिनय करते थे और फुटेज देखते थे और गलतियों को दोहराने की कोशिश नहीं करते थे। वर्ष 2016 में अभिषेक ने स्टाइल आइकन एडैम का खिताब जीता, जहां मिस एशिया प्रशांत, मिस टूरिज्म जैसे चेहरे जज के रूप में मौजूद थे।
अभिषेक वीर (Abhishek Veer Sharma) ने कई क्षेत्रीय फिल्में भी की हैं, जिसमे कई फिल्मों के लिए सराहना भी मिली। उन्होंने पिछले साल दो और क्षेत्रीय फिल्में कीं, जो रिलीज होनी है। अभिषेक वीर को धीरे-धीरे पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों से अधिक प्रस्ताव मिलने लगे, लेकिन उनका लक्ष्य हिंदी उद्योग (बॉलीवुड) को क्रैक करना था। वो कहते हैं न हमेशा बड़ा पाने के लिए बड़ा संघर्ष भी जरूरी होता है। ऐसे में अभिषेक अपनी किस्मत आजमाने के लिए बंबई चले आए। मुंबई में अपने संघर्ष को याद करते हुए अभिषेक कहते हैं कि मायानगरी आकर मुझे एक शख्स का साथ व सपोर्ट मिला और वो हैं कास्टिंग डायरेक्टर सोनू सिंह राजपूत। अभिषेक कहते हैं कि सोनू सिंह राजपूत ने मुझपर विश्वास कर एक मौका दिया और आज रिजल्ट आपके सामने है। अभिषेक ने कहा कि इसके लिए मैं सोनू सिंह राजपूत का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा। वेबसीरीज दिल्ली वाला दिल में अभिषेक वीर के अलावा देव शर्मा, श्वेता खंडूरी व नीति शर्मा भी हैं। सीरीज के कास्टिंग डायरेक्टर सोनू सिंह राजपूत ने कहा कि रेपची ऐप (Rapchee App) पर रिलीज होने जा रहा यह वेबसेरीज लाजवाब है। श्वेता खंडूरी व नीति शर्मा के साथ देव व अभिषेक ने शानदार काम किया है।