इस महामारी के बीच भी हमारा देश 15 अगस्त को अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस स्वतंत्रता दिवस को हमारे देश के युवाओं द्वारा एक ऑनलाइन फिल्म समारोह का आयोजन कर के मनाया जाएगा। हमारे देश के युवाओं में राष्ट्र को बदलने की शक्ति है। वैसे किसी ने सही ही कहा कि भविष्य युवा पीढ़ी पर टिका हुआ है। इसलिए हमे अपने देश के युवा को आगे बढ़ना चाहिए।
कलाकारों ने मेड इन इंडिया को बढ़ावा देने का जिम्मा उठाया
जहां एक तरफ फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों ने वोकल फॉर लोकल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन करके “मेड इन इंडिया” को बढ़ावा देने का जिम्मा उठाया है। इसकी थीम “आत्मनिर्भर भारत” है। इस नारे की वजह से लोगो में एक नई जागरूकता का संचार हुआ है। जिसका असर सभी जगह दिखने को मिल रहा है, यहां तक कि साइबर सिटी और शॉपिग साइटों में भी लोकल लेवल की चर्चा आम होने लगे हैं। कई शॉपिग साइटों पर ‘वोकल फॉर लोकल’ नाम का एक अलग से ही सेक्शन बन गया है।इस मुहिम की वजह से कई फैशन डिजाइनर्स और कारीगरों के लिए भी नई संभावनाएं नजर आ रही हैं। जहां शॉपिग साइटें खोलते ही अलग-अलग डिजाइन के कपड़ों के सेक्शन दिखते हैं, लेकिन अब सबसे पहले ‘लोकल’ सेक्शन दिखता है। पारंपरिक परिधान बनाने वाली जो ब्रांड कहीं दबी हुए नजर आती थी, लेकिन अब वे लोकल में उभर कर आई हैं। अब लोकल का एक पूरा अलग कस्टमर सेक्शन तैयार हो गया है, जिसमें कॉटन, खादी और अन्य पारंपरिक कपड़ों के ब्रांड को पसंद किया जा रहा है।
फिल्म फेस्टिवल का मोटिव
इस फिल्म फेस्टिवल का मेन मोटिव “आत्मनिर्भर भारत”और “मेड इन इंडिया” को बढ़ावा देना है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत की वजह से मेड इन इंडिया मिशन के निर्माण का अवसर मिला है। इस अभियान के तहत हमें सभी भारतीयों को स्वदेशी चीजों को अपनाना होगा। इस फिल्म फेस्टिवल में शुभम अपूर्वा (फेस्टिवल डायरेक्टर), शादमान खान (कास्टिंग डायरेक्टर), सोनू सिंह राजपूत (कास्टिंग डायरेक्टर) और राहुल वर्मा (अभिनेता / फिल्म निर्माता) निर्णायक मंडल के सदस्य के रूप में हैं। इस लॉकडाउन में शुभम अपूर्वा ने फिल्मी कल्चर को बढ़ावा देने के लिए अच्छा काम किया है।और लॉकडाउन मोबाइल फिल्म चैलेंज और नह्यु नार्मल मोबाइल फिल्म चैलेंज का आयोजन करके अपनी क्रिएटिविटी दिखाने के लिए और लोकल फॉर वोकल फिल्म फेस्ट के लिए, इंडियन फिल्म डायरेक्टर को “मेड इन इंडिया”, “बी इंडियन बाय इंडियन”, “पैट्रियटिज़्म” जैसी थीम पर फिल्में बनाने के लिए इन्वाइट किया है। शुभम ने बताया कि फिल्मों के माध्यम से हम लोगो पर पावरफुल इंपैक्ट डाल सकते है। जिसमें फिल्म उद्योग के कलाकारों ने वोकल फॉर लोकल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन करके “मेड इन इंडिया” को बढ़ावा देने, उपयोग करने और जागरूक करने के लिए यह पहल की, जो प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की “डिजिटल इंडिया” का भी समर्थन करता है। वोकल फॉर लोकल फिल्म फेस्ट टीम द्वारा एक “आत्मनिर्भर भारत” क्वेश्चन आंसर राउंड भी आयोजित की गई है। इसके पूरा करने के बाद, सभी पार्टिसिपेट को एक ई-सर्टिफिकेट भी प्रोवाइड किया जाएगा। विजेता फिल्म की घोषणा 15 अगस्त को गूगल मीट एप्लिकेशन के माध्यम से ऑनलाइन की जाएगी।