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Rihanna के ट्वीट पर बाॅलीवुड में बवाल, KRK ने लिखा सिर्फ भक्तों को पता ये किसान नहीं आतंकवादी हैं!

Popstar Rihana, Kangana Ranaut and Kamal R Khan-Filmynism

देश में दो महीने से ज्यादा से जारी किसान आंदोलन (FarmersProtest) पर देश ही नहीं, दुनिया भर से रिएक्शन आ रहे हैं। कृषि कानून (Agricultural Laws) के विरोध में धरना दे रहे किसानों को अब 60 दिन से ज्यादा हो गए हैं। अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना (Rihanna) के ट्वीट ने नया बवाल खड़ा कर दिया है। दरअसल, रेहाना (Rihaana) ने ट्वीट करते हुए लिखा, हम किसानों की बात क्यों नहीं कर रहे। #FarmersProtest! रिहाना के इस ट्वीट पर कमाल आर खान (Kamaal R Khan), कंगना रनौत, वीर दास, स्वरा भास्कर से लेकर कई सेलिब्रेटीज ने अपने अपने अंदाज में लिखा है।

रिहाना (Rihanna) के इस ट्वीट पर बॉलीवुड एक्टर और प्रोड्यूसर कमाल आर खान ने लिखा है कि रिहाना को नहीं पता, ग्रेटा (Greta Thunberg) को भी नहीं पता, ट्रूडो को भी नहीं पता. यहां तक की दिलजीत (Diljit Dosanjh) को भी नहीं पता। न्यूयॉर्क टाइम्स (New York Times) और सीएनएन (CNN) के ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट को भी नहीं पता, पर हां भक्तों को पता है कि किसान किसान नहीं बल्कि आतंकवादी हैं। कमाल आर खान (Kamaal R Khan) के इस ट्वीट पर लोग कमेंट कर रहे हैं, कई लोगों ने इसे बेतुका बताया है। कई लोगों का कहना है कि केआरके ने गलत तरीके से लिखा है।

बता दें कि वीर दास से लेकर स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) तक ने रिहाना के ट्वीट को सराहा है। हालांकि, एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने रिहाना जवाब देते हुए लिखा है कि कोई भी इनके बारे में बात इसलिए नहीं कर रहा क्योंकि ये किसान नहीं है। ये आतंकवादी हैं, जो भारत को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि चीन हमारे कमजोर टूटे हुए राष्ट्र पर कब्जा कर सके और चाइनीस जैसी कॉलोनी बना सके। रिहाना के ट्वीट के बाद पूरा बाॅलीवुड फिर से दो खेमे में बंट गया है।

रिहाना के ट्वीट (Rihana Twitter) के बाद बाॅलीवुड के अलावा देशभर के लोगों में भी गुस्सा है। लोगों का कहना है कि जब रेहाना कभी भारत आई नहीं, न ही उन्हें यहां के किसानों के बारे में पता है न यहां की सच्चाई के बारे में, फिर किसानों के सपोर्ट में ऐसा क्यों लिखा। भारत के अंदरुनी मामलों में लिखने वाली रेहाना आखिर होती कौन हैं। रेहाना (Rihanna) के ट्वीट के बाद इसके सपोर्ट और विरोध में लिखने वालों की बाढ आ गई है।

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