अभिनेता अभिजीत सिन्हा की नयी हिंदी फीचर फिल्म ‘होटल मर्डर केस’ रिलीज़ हो चुकी है। बिहार की पृष्टभूमि पर बेस्ड सस्पेंस थ्रिलर फिल्म की शूटिंग बिहार के बोधगया में हुई है। इंवेस्टिगेटिंग अफसर शमशाद शेख के किरदार में अभिजीत सिन्हा ने बेहतरीन काम किया है। फिल्म के बाकी कलाकार पटना रंगमंच और भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हैं। प्रोडूसर नवीन सिन्हा ने ये फिल्म यूट्यूब पर रिलीज़ की है।
क्या है फिल्म का प्लॉट
बिहार में स्थित बोध्गया देश-विदेश के पयर्टकों के लिए फेमस शहर है। लोग दूर से यहाँ घूमने आते हैं। एक हसीन जोड़ा भी शहर के आलिशान होटल में ठहरता है। एक दिन दोनों देर रात नशे की हालत में होटल वापस आते हैं और सीधे रेस्टोरेंट में पहुँचते हैं। वेटर को खाने का आर्डर दिया और कुछ देर बाद ही वेटर को दोनों अपने टेबल पे मृत पाए जाते हैं। कैसे हुई मौत? कोई क़त्ल नहीं, कोई खून नहीं बहा, कोई वार नहीं, फिर किसने मारा ? कब मारा ? कैसे मारा ? कौन हैं ये दोनों ? क्या रिश्ता है इनका? कौन इनकी जान का दुश्मन था?
क्राइम सीन पर इंस्पेक्टर शमशाद शेख पहुँचते हैं और फ़ौरन अपनी टीम के साथ तफ्तीश शुरू करते हैं। शहर के चर्चित होटल में इसी रहस्मयी क़त्ल पुलिस विभाग के लिए बहुत चिंता की वजह थी। खासकर इस वजह से भी क्यूंकि विदेशी और देश के अलग अलग कोने से आये सैलानियों का बहुत बड़ा जत्था उस वक़्त शहर में मौजूद था।
शमशाद शेख को शहर में लॉ एंड आर्डर को मेंटेन करने के लिए जाना जाता है। तफ्तीश से पता चलता है मरने वाले मोहिनी और रोहित हैं। दोनों की शादी हुई है पर एक दूसरे से नहीं। मोहिनी अपने पति नवनीत को धोखा दे रही थी जो एक ज़माने में उसका प्यार था, वहीँ रोहित की शादी भी अलगाव के कगार पे थी और वो भी अपनी पत्नी स्मृति को धोखा दे रहा था। मोहिनी और रोहित की मौत से किसको फायदा था। कौन दोनों को मार सकता था? कातिल को मौका कब मिला?
शमशाद शेख का मानना है कि हर मौत होमीसाइड होती है जब तक साबित न हो जाये।क्या शमशाद इस रहस्यमयी मौत के तह तक पहुंच पाएंगे? क्या केस सॉल्व हो पायेगा? क्या सच में कातिल को शमशाद शेख सजा दिलवा पाएंगे? ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब पाने के लिए आपको यह फिल्म देखनी पड़ेगी।
अभिजीत सिन्हा किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। अभिजीत बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूलिंग और ग्रेजुएशन तक की पढाई पटना में की है। 2000 में वो एमबीए करने नागपुर आ गए। 2002 में पढाई ख़तम कर नौकरी की तलाश में मुंबई आये और लगभग 11 साल उन्होंने कॉर्पोरेट सेक्टर में नौकरी की। 2013 में नौकरी छोड़ उन्होंने अपने पैशन को चुना और एंटरटेनमेंट की दुनिया में कदम रखा।
अभिजीत सिन्हा ने 2013 में थिएटर ग्रुप से जुड़े और उनके साथ कुछ साल तक कई बेहतरीन नाटकों का हिस्सा रहे। 2014 से अभिजीत ने अपने टीवी इंडस्ट्री का सफर शुरू किया। वो कई चर्चित हिंदी धारावाहिक में बतौर चरित्र अभिनेता काम करते आ रहे हैं। टीवी धारावाहिक -” हम है ना” में नेगेटिव करैक्टर दुर्योधन सिंह और “बेहद” में इंस्पेक्टर शिंदे के किरदार में अभिजीत ने अपने एक्टिंग का लोहा मनवाया था। हालाँकि उनको पहचान मिली उनके द्वारा निभाए गए पुलिस अफसर के किरदार में कई चर्चित क्राइम शोज के जरिये। अभिजीत ने कई क्राइम शोज जैसे- क्राइम पेट्रॉल, सावधान इंडिया, कोड रेड, क्राइम अलर्ट, होशियार, मशाल, 24 सीजन-2,अनजान,सीआईडी में अपनी एक्टिंग से प्रभावित किया है।
अभिजीत सिन्हा ने हर प्रकार के किरदार को जिया है। उन्होंने जहाँ कई सकरात्मक किरदार निभाए, वहीं कई नेगेटिव किरदार भी। वे कॉमेडी शो -“तू मेरे अगल बगल है ” का भी हिस्सा रह चुके हैं। रंगमंच और टीवी में अपनी पहचान स्थापित करने के बाद अभिजीत ने बॉलीवुड का रुख किया। 2018 में रिलीज़ हुई फीचर फिल्म ‘अदृश्य’ से उन्होंने अपना डेब्यू किय। इस फिल्म में अभिजीत ने एक बहुत ही अहम् मराठी पुलिस इंस्पेक्टर गोडबोले का किरदार निभाया।
हालिया रिलीज फिल्म होटल मर्डर केस में अभिजीत सिन्हा एक ईमानदार और शार्प माइंडेड इंवेस्टिगेटिंग अफसर शमशाद शेख की भूमिका में हैं। अभिजीत फिल्म और टीवी के अलावा वेब सीरीज,शार्ट फिल्म, कॉर्पोरेट फिल्म और विज्ञापन जगत में भी अपनी जगह बनाने में सफल रहे हैं।अभिजीत ने अपनी पहली वेब सीरीज- इनसाइड एज से वेब सीरीज की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने कुछ वेब सीरीज किये हैं जो आने वाले वक़्त में रिलीज़ होने की उम्मीद है।
बता दें कि अभिजीत सिन्हा ने जय माता दी में एक छोटी सी भूमिका से ले कर, टू माय ब्रदर में नेगेटिव भूमिका और लिटिल गॉडफादर में अपाहिज पिता की भूमिका में दर्शकों और फिल्म फेस्टिवल जूरी का भरपूर समर्थन के साथ प्रशंसा बटोरा। अभिजीत को शार्ट फिल्म लिटिल गॉडफादर के लिए “बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर और बेस्ट करैक्टर एक्टर अवार्ड” से नवाज़ा जा चुका है। 2019 में अभिजीत सिन्हा को मीडिया क्राफ्ट ऑफ़ इंडिया के तरफ से “एक्टर ऑफ़ दी ईयर एक्सीलेंस अवार्ड” से सम्मानित किया गया है।
2017 में यूफोरिया फिल्म्स के नाम से अभिजीत सिन्हा ने अपना खुद की एक प्रोडक्शन कंपनी लांच किया। इस प्रोडक्शन का मकसद था नए एक्टर्स,राइटर,सिंगर,म्यूजिक कंपोजर,और नए प्रतभावन लोगों के साथ कंटेंट बनाना। उन्होंने अब तक कई शार्ट फिल्म, कॉमेडी शार्ट सीरीज, म्यूजिक वीडियोस अपने बैनर यूफोरिया फिल्म्स के अंदर बनाया है।
अभिजीत सिन्हा को शार्ट फिल्म डायरेक्शन के लिए -“गोल्डन गैलेक्सी अवार्ड,गोल्डन फॉक्स अवार्ड, बेस्ट फिल्मकार अवार्ड “से भी नवाज़ा जा चूका है। अभिजीत ने 2017 में बतौर स्क्रिप्ट राइटर अपने लेखन सफर की शुरुआत की। वो स्क्रिप्ट राइटर एसोसिएशन के मेम्बर बने। शुरुआती दौर में अभिजीत ने ज्यदातरत अपनी स्क्रिप्ट खुद की शार्ट फिल्मों के लिए लिखा। उनकी लेखनी और शार्ट फिल्मों को देख कर और भी कई डायरेक्टर तथा प्रोडक्शन हाउस उनसे अपनी शार्ट फिल्म की स्क्रिप्ट लिखने का आग्रह किया। अभिजीत अब कुछ बड़े और माध्यम प्रोडक्शन के साथ बतौर स्क्रिप्ट राइटर जुड़ गए हैं।
अभिजीत सिन्हा की लिखी एक कहानी – An Evening in the cafe पर एक शार्ट फिल्म – Cuppachino हाल ही में रिलीज़ हुई है। उनकी लिखी एक और कहानी -एक दिन अचानक पर एक बड़े पैमाने पर चर्चित प्रोडक्शन हाउस शार्ट फिल्म बना रहा है। अभिजीत आज कल एक वेब सीरीज लिख रहे हैं जिसका प्रोडक्शन एक चर्चित प्रोडक्शन हाउस कर रहा है। एक्टर होने के साथ साथ अभिजीत सिन्हा सफल लिरिसिस्ट भी हैं। पिछले एक साल में उनके लिखे 8 गाने म्यूजिक इंडस्ट्री में लोगों का प्यार समेट रहे हैं। इस साल के अंत तक और 7 गाने रिलीज़ होने की उम्मीद है। अभिजीत सिन्हा को उनके कई गीतों के लिए “बेस्ट लिरिसिस्ट अवार्ड ” से नवाज़ा गया है।