अपने संजीदा अभिनय के लिए बॉलीवुड में मशहूर कंगना रनौत का कहना है कि वह अपने हक की लड़ाई शुरू से ही लड़ती आयी हैं. कंगना रनौत फिल्म इंडस्ट्री में अपने बगावती तेवर और बेबाक अंदाज के लिए मशहूर हैं. कंगना से जब उनके तमाम विवादों, बगावती तेवर और बात-बात पर लड़ने-झगड़ने के लिए तैयार अंदाज के बारे में सवाल पूछा गया, तो कंगना ने जवाब देते हुए कहा कि उन्हें शुरू से ही अपने हक की लड़ाई लड़नी पड़ी है और अब तो बगावत और झगड़ा करना उनकी जिंदगी का हिस्सा बन गया है. कंगना ने कहा कि मुझे लड़कर की कहना पड़ता है साड्डा हक इथ्थे रख. कंगना रनौत ने कहा, ‘मेरी जो जर्नी है वह काफी अलग है. उन्होंने कहा कि मैं आज जब अपने घर मनाली से आप लोगों से मिलने के लिए निकली तो एयरक्राफ्ट में बैठे-बैठे सोच रही थी आज आप लोगों से मिलना होगा. न जाने कैसे-कैसे सवाल पूछे जाएंगे. कभी-कभी मुझे लगता है क्या सचमुच मेरी जर्नी इतनी असामान्य है? मुझे लगता है, मुझे हर चीज के लिए लड़ना पड़ता है. हर चीज मुझे लड़ के ही मिलती है, फिर चाहे वह चीज कितनी छोटी सी ही क्यों न हो. शायद मेरी जिंदगी या किस्मत ऐसी ही है मुझे बार-बार मेरे हक के लिए लड़ना ही होगा. अभिनेत्री ने कहा कि अब यह लड़कर अपना हक लेना मेरी जिंदगी का एक हिस्से जैसा ही हो गया है. अब मैंने इस माहौल या मानसिकता में रहना भी सीख गई हूं. अब जब मुझे लोग बगावत करने वाली या बगावती तेवर वाली कहते हैं तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. अब जिसको जो कहना है कहे, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, अब जो है सो है. जो मेरा हक है वह तो मुझे लेके ही रहना है, फिर चाहे लड़ के मिले या कैसे भी मिले. कंगना ने कहा कि उन्हें कुछ भी आसानी से नहीं मिलता है. कंगना ने कहा है कि वह जो भी हासिल करती हैं उसके लिए उन्हें लड़ना पड़ता है और जो कुछ भी वो चाहती हैं, उसे लड़कर हासिल कर लेती हैं.