सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस की जांच करने के लिए सीबीआई की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है। जिसमें सीबीआई के चार भरोसेमेंद अफसर सुशांत डेथ केस की गुत्थी सुलझाएंगे। टीम को सीबीआई के जॉइंट डायरेक्टर मनोज शशिधर लीड कर रहे हैं। बता दें कि अफसर मनोज के अलावा टीम में गगनदीप गंभीर, एसपी नूपुर प्रसाद और एडिशनल एसपी अनिल यादव को भी चुना गया है।
मनोज शशिधर गुजरात काडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इसी साल जनवरी में पीएम मोदी की अगुवाई वाली कैबिनेट ने शशिधर के सीबीआई के जॉइंट डायरेक्टर के पद पर नियुक्ति की मंजूरी दी थी। शशिधर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के काफी भरोसेमंद अधिकारियों में गिने जाते हैं। इससे पहले शशिधर गुजरात स्टेट इंटेलिजेंस ब्यूरो में अडिशनल डीजी के पद पर तैनात थे।
2004 बैच की गुजरात काडर की आईपीएस अफसर गगनदीप गंभीर मूल रूप से बिहार के मुजफ्फर पुर की रहने वाली हैं। गगनदीप की 10वीं तक की पढ़ाई मुजफ्फरपुर में और आगे की पढ़ाई पंजाब यूनिवर्सिटी से हुई थी। गगनदीप अगस्ता वेस्टलैंड, बिहार के सृजन घोटाले जैसे कई हाई प्रोफाइल केसों की इन्वेस्टिगेशन कर चुकी हैं। इससे पहले राजकोट समेत गुजरात के कई जिलों में वह एसएसपी भी रही हैं।
नूपुर प्रसाद एजीएमयूटी काडर की 2007 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। नूपुर बिहार स्थित टिकारी के सलेमपुर गांव की रहने वाली हैं। वह दिल्ली के शाहदरा की डीसीपी भी रह चुकी हैं। बीते साल ही नूपुर की सीबीआई में बतौर एसपी प्रतिनियुक्ति की गई थी।
अनिल यादव सीबीआई में अडिशनल एसपी हैं। सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच के लिए बनी एसआईटी में अनिल इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर के तौर पर काम कर रहे हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला, मध्य प्रदेश का व्यापम घोटाला, एमबीबीएस छात्रा नम्रता डामोर की मौत का केस, अगस्ता वेस्टलैंड, शोपियां रेप केस और विजय माल्या केस की जांच कर चुके हैं। अनिल यादव मूल रूप से मध्यप्रदेश से हैं। अनिल को 2015 में गणतंत्र दिवस पर पुलिस मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका है।
सुशांत सिंह राजपूत केस में सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को CBI जांच का आदेश फैसला सुनाया था। उच्च अदालत ने सीबीआई से कहा था कि वह भविष्य में सुशांत केस से संबंधित मामले को अपने हाथों में ले। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि ये सुनिश्चित किया जाए कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के पीछे के रहस्य की छानबीन करे।