कोरोनावायरस के दस्तक देते हैं हरे क्षेत्र में लोग डाउन का माहौल कायम हो गया है। इसका असर फिल्मी दुनिया पर खासा दिखाई देता पड़ रहा है। Corona के कारण देशभर में हुए लॉक डाउन से सारी चीजें ठप पड़ी हुई हैं।हाल ही में FWICE ने वर्चुअल मीटिंग की जिसमें शूटिंग को लेकर नई गाइडलाइंस पर चर्चा की गई।
FWICE ने हाल ही में हुए ऑनलाइन मीटिंग में बाकी फिल्म असोसिएशंस के साथ मिलकर शूटिंग के लिए एक गाइडलाइन तैयार किया है. सबसे पहली बात ये जान लीजिए कि तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं के बावजूद शूटिंग जुलाई से पहले शुरू नहीं हो पाएगी. क्योंकि अभी कोरोनावायरस वाली स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं है.
ऐसे में शूटिंग तब ही शुरू होगी जब पूरी तरह बदले हुए तौर-तरीकों के साथ होगी. क्योंकि इस महामारी के बाद सेट पर लौटना प्रोड्यूसर्स के लिए काफी महंगा साबित होने वाला है. इसलिए दो चीज़ों का खास ख्याल रखा जाएगा कॉस्ट कटिंग यानी कम से कम पैसे में काम और सेट पर मौजूद लोगों की सुरक्षा।
इसके अलावा मीटिंग में सेट पर काम कर रहे लोगों का लाइफ इंश्योरेंस करवाए जाने की बात उठाई गई है. FWICE के प्रेज़िडेंट बीएन तिवारी का मानना है- ‘हम शूटिंग के लिए अपने किसी भी कर्मचारी की सेहत को खतरे में नहीं डाल सकते’. इसीलिए ये सारे कदम उठाए जा रहे हैं.
FWICE और सिंटा (CINTAA- सिने एंड टेलीविज़न आर्टिस्ट्स असोसिएशन) समेत तमाम संस्थानों ने शूटिंग शुरू करने के लिए जो नियम बनाए हैं, उन्हें फाइनल करने के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, श्रम मंत्रालय और राज्य सरकारों को भेजा जाएगा. शूटिंग करने या नहीं करने पर अंतिम फैसला उन्हीं का होगा.