बॉलीवुड में नेपोटिज्म (Nepotism in Bollywood) है या नहीं, इस पर हमेशा से कलाकर अपने विचार रखते रहे हैं। कई सितारे हैं जो खुलकर इस मामले पर बोलते रहते हैं। अब बॉलीवुड अभिनेता व निर्माता-निर्देशक दीपक तिजोरी (Dipak Tijori) ने भी कहा है कि बॉलीवुड में नेपोटिज्म है। हालांकि उन्हें इसको लेकर यह भी डर है कि कहीं इसके कारण उनकी बेटी समारा तिजोरी (Samara Tijori) पर कोई असर न पड़े।
बता दें कि आशिकी, दिल है के मानता नहीं, खिलाड़ी और जो जीता वही सिकंदर सहित कई हिट फिल्मों में काम कर चुके दीपक तिजोरी (Deepak Tijori) ने अपने कॅरियर की शुरुआत 90 के दशक में की थी। बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म दीपक का कहना है कि यह फिल्म इंडस्ट्री में ओवररेटेड है और नेपोटिज्म हर व्यवसाय में है। उन्होंने कहा कि अफसोस है कि यह हर व्यवसाय का एक हिस्सा है। दुर्भाग्यवश, बॉलीवुड में दूसरों की तुलना में नेपोटिज्म कम है क्योंकि यहां आप एक नेपो चाइल्ड की तरह सफलता प्राप्त नहीं कर सकते हैं।
दीपक तिजोरी ने कहा कि तब तो कोई भी मुझे नहीं जानता था, फिल्म इंडस्ट्री में मेरा कोई गॉडफादर, चाचा या चाची नहीं था। और तभी मेरी यात्रा शुरू हुई। पहले तीन साल सच में बहुत निराशाजनक थे और मुझे लगता है कि यह वो नहीं था जो मैं करना चाहता था, लेकिन मैं हार नहीं मान रहा था और तभी मुझे आशिकी के लिए कॉल आया और फिर मेरी लाइफ ही बदल गई।
दीपक तिजोरी (Dipak Tijori) ने कहा कि बॉलीवुड में अभिनेता, जनता को हमारे बच्चों को स्वीकार करने या अस्वीकार करने का अवसर देते हैं। लेकिन अन्य क्षेत्रों में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी इंडस्ट्री में बहुत सारे स्टार किड्स हैं जो अभी भी नाम और प्रसिद्धि पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मुकाबला हर उद्योग में मौजूद है। दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है और हमें इसके साथ जुड़ना है। कभी-कभी मुझे अपनी बेटी के लिए भी डर लगता है, क्योंकि वह जल्द ही बॉलीवुड में अपनी शुरुआत करेगी। मैं उसे इन सब बातों से अवगत करवाता रहता हूं। स्टार किड्स को एक लॉन्च मिलता है लेकिन फिर से उन्हें एक अभिनेता के रूप में खुद को साबित करना होता है।