विभिन्न किरदारों को जीकर एक अलग पहचान बना चुकीं अभिनेत्री बिदिता बाग (Bidita Bag) अपनी अपकमिंग मूवी ‘फौजी काॅलिंग’ (Fauji Calling) को लेकर बहुत एक्साइटेड हैं। आर्यन सक्सेना के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में बिदिता शरमन जोशी (Sharman Joshi) के साथ दिखेंगी। फौजी काॅलिंग के बारे में बिदिता कहती हैं कि फौजियों की जिंदगी बहुत कठिन होती है, उसके बारे में आम इंसान तो सोच भी नहीं सकता। पर, फौजी की फैमिली की लाइफ भी कम संघर्ष वाली नहीं होती और उसी संघर्ष को दिखाएगी हमारी यह फिल्म।
फिल्मीनिज्म के लिए संजीत मिश्रा से बातचीत में नवाजुद्दीन सिद्दीकी के अपोजिट फिल्म ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज’ में दिख चुकीं अभिनेत्री बिदिता बाग (Bidita Bag) कहती हैं कि भारतीय सैनिकों द्वारा लड़ी जाने वाली लड़ाइयों पर हमने कई फिल्में व वेबसीरीज देखी हैं, पर यह उन सबसे अलग है। वे कहती हैं कि सैनिक जिस मुस्तैदी से सीमा पर दुश्मनों के खिलाफ डटे रहते हैं, उनमें कहीं न कहीं उनके परिवार का महत्वपूर्ण योगदार रहता है। उनका सपोर्ट नहीं रहें तो फौजी को अपनों से दूर रहकर देश के लिए लड़ना कोई आसान काम नहीं होगा। इस फिल्म में डायरेक्टर ने यही दिखाने की कोशिश की है।
‘फौजी काॅलिंग का एक डायलाॅग याद करती हुईं बिदिता बाग कहती हैं कि वह सीन मुझे अब भी याद है। जब फौजी की बीबी के रूप में मैं कहती हूं कि मेरी होली दीवाली तभी होती है, जब मेरा फौजी घर आता है। फौजी और उसके परिवार की जिंदगी कितना अहम और कष्टदायक है, यह मुझे फिल्म में काम करके पता चला।
अपने किरदार के बारे में बिदिता बाग (Bidita Bag) बताती हैं कि मैं एक ऐसी लड़की की भूमिका निभा रही हूं जिसे उसकी शादी के वक्त पता है कि ये सिर्फ मेरा पति नहीं है। ये पहले फौजी है और देश की रक्षा करना चाहता है। हमेशा इसी डर में जीती है कि अगले पल में क्या हो जायेगा? इन सबके बवाजूद सबकुछ जानते हुए भी वो उसके परिवार का अच्छे से ख्याल रखती है और अपने बच्चो के मन में भी देश प्रेम की भावना को जगाती है। बिदिता कहती हैं कि आमलोगों को तो वाॅर सुनकर अलग सा फील होता है, देशभक्ति की भावना जगती है, हर कोई यही चाहता है कि हमारे फौजी दुश्मनों को परास्त कर तिरंगा लहरा दे, पर फौजी का परिवार हर रोज इसी भावना और डर में जीता है कि उसका पतिा या बेटा वापस आ पाएगा भी या नहीं।
बिदिता कहती हैं कि मुझे शरमन जोशी (Sharman Joshi) के साथ काम कर बहुत अच्छा लगा। इतना एक्सपीरियंस्ड एक्टर होने के बावजूद भी शरमन कभी शोआफ नहीं करते और यही उनकी अच्छाई है। शरमन तो बच्चे की तरह हैं। उनमें बच्चों की तरह एक मासूमियत है। अपने अब तक के बेस्ट किरदार के बारे में बिदिता कहती हैं कि मुझे मेरा फेवरेट किरदार लगता है द शोले गर्ल की रेशमा पठान। रेशमा पठान इंडिया की फस्र्ट स्टंट वुमन थी, उनके बारे में पर्दे पर काम करना बहुत अच्छा लगा।
मैं काफी खुशकिस्त हूं कि मुझे हर बार अलग-अलग किस्म के रोल करने को मिले। पहली बार मुझे देश के जवानों पर कोई फिल्म करने को मिला और वो भी फौजियों की बीबीयों पर। फौजी की बीबी बनकर बहुत अच्छा लगा। दरअसल, फौजी की बीबीयां किस डर से जीती हैं, यह जानने का मौका मिला। काम करके यह भी फील हुआ कि फौजी की बीबी सिर्फ अपने पति की पत्नी नहीं, देश की एक सेंसटिव नागरिक हैं, जिनका भी एक फर्ज होता है।
अपनी स्ट्रगल लाइफ पर बिदिता बाग (Bidita Bag) ने बताया कि मैं कोलकाता से हूं और मुझे भी यहां बहुत कुछ झेलना पड़ा। इतने सालों से तो मैं स्ट्रगल ही कर रही हूं। इतना काम करने के बाद मुझे वैसी पहचान नहीं मिल पाई है। अभी भी मुझे समय लग रहा है लेकिन जिन ऊचाईयों को मैं छूना चाहती हूं और एक दिन वहां तक जरूर पहुंच जाउंगी। मैं अपनी इस जर्नी को एन्जॉय कर रही हूं। अपनी अपकमिंग फिल्म के बारे में बिदिता कहती हैं कि भौकाल सीजन 2 कर रही हूं और इस बार थोड़ा ज्यादा बड़ा रोल है। सीजन 1 में तो मेरे किरदार का केवल ट्रेलर ही दिखाया गया था। और भी कई प्रोजेक्ट हैं, जो मैं अभी नहीं बता सकती।