हम एक ऐसी मिट्टी से जुड़े हुए हैं जहां पर लोग सुंदरता का मतलब गोरा होना ही समझते हैं, जो गोरा है वही सुंदर है वही खूबसूरत है और वही इस दुनिया में आगे बढ़ सकता है. इस मानसिक स्थिति को बदलने के लिए बहुत से प्रयास किए गए बहुत सी कोशिश भी की गई पर कुछ लोगों के दिमाग में यह बात इस तरह घर कर चुकी है कि वह आज भी काले और गोरे का रंग में फर्क करके लोगों से घृणा करते हैं. इसके लिए अगर कोई दोषी है तो वह कोई एक इंसान नहीं बल्कि पूरा समाज इसके लिए दोषी है, क्योंकि यह परंपरा हमने ही तो सालों से चलाई है. सालों से चले आ रहे हैं गीत गोरे रंग, नशीली आंखों पर ही बनाए जाते हैं.
पर 2019 में काले गोरे सभी भेद को तोड़ते हुए इस बार एक अश्वेत लड़की Zozibini Tunzi ,जो अमेरिका की रहने वाली है उसने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है. इतिहास गवाह है की लोगों को काले रंग के व्यक्तियों से अजीब सी नफरत होती है पर इन नफरतों के बीच लड़ने वाली अमेरिका की एक अश्वेत लड़की जिसने यह साबित कर दिया है कि रंग मायने नहीं रखता यदि कोई चीज मायने रखती है वह इंसान की अंदरूनी खूबसूरती है.