बाॅलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की आत्महत्या के बाद से पूरा फिल्म जगह सकते में हैं। उसके फैंस तो इस कदम से दुखी हैं ही, अब कई स्टार्स व कलाकार भी इसे आत्महत्या न मानकर इसे बड़ी साजिश मान रहे हैं। अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत ने यह कदम उठाकर वैसे गैंग को जीत दिलवा दी, जो नेपोटिज्म के पैरोकार हैं।
कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने कहा कि मुझे यह तो नहीं पता कि सुशांत ने इस दर्द को कैसे सहा होगा, क्या-क्या सहा होगा, जिसने उसे ऐसा कदम उठाने पर मजबूर कर दिया होगा। दरअसल, हर इंसान की एक क्राइसिस होती है। वह फैमिली से दूर रह रहे थे। मां को वह खो चुके थे। शायद इमोशनल सपोर्ट बिल्कुल नहीं था उनके पास। और यही वजह रही कि बाॅलीवुड गैंग का यह प्रेशर बर्दाश्त नहीं कर पाए।
सुशांत ने बड़ी बड़ी फिल्में की हैं। छिछोरे अगर आज किसी स्टार के बेटे ने की होती तो आज वह भी बड़ा स्टार बन चुका होता, पर सुशांत के साथ ऐसा नहीं हुआ। कंगना के कहा कि करण जौहर के एक करीबी की शादी में सबको बुलाया गया, पर सुशंत को नहीं। उसे पार्टियों से इग्नोर किया जाने लगा था। आप वैसे कलाकार को कभी नजरअंदाज नहीं कर सकते जो उस समय अच्छी पोजिशन पर हो। अच्छी पोजिशन से मेरा मतलब जब उसकी फिल्में लगातार हिट हो रही थीं। धोनी से लेकर छिछोरे तक लगभग सभी फिल्में अच्छी चलीं। लोगों ने खूब पसंद भी किया था। अब जब इस हाल में उसे इग्नोर किया जाने लगे तो कोई भी सोच में पड़ जाएगी कि अब मुझे आखिरकार और क्या करना है प्रूव करने के लिए?
कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने कहा कि छिछोरे बहुत अच्छी फिल्म थी, पर इसे कोई अवार्ड नहीं मिला। मिला किसे तो गली बाॅय को। उसे हजार गुना अच्छी फिल्म थी, यह मैं क्या लोग भी जानते हैं। मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि छिछोरे सबसे अच्छी फिल्मों में से एक थी पिछले साल की। छिछोरे का बिजनेस भी गली ब्वॉय से ज्यादा है। छिछोरे के रिव्यूज गली ब्वॉय से ज्यादा हैं। मगर आपकी फिल्मों को एक्नॉलेज नहीं करना। आपको एक्नॉलेज नहीं करना, यह सब गलत है ना। अगर आप की चापलूसी की आदत ना हो तो यह लोग आपको बैन कर देते हैं।
कंगना ने कहा कि उनलोगों ने मीडिया का इस्तेमाल करवाया। राजीव मसंद से ब्लाइंड आइटम निकलवाया कि एक इंसान अल्कोहल में डूबा हुआ है। गंदी से गंदी बात लिखवाई जाती है। इशारा सुशांत सिंह राजपूत की तरफ था। उसके करियर को डैमेज करने की पूरी साजिश हो गई थी। इस तरह के नेगेटिव कैंपेन मेरे खिलाफ भी चलाए जाते रहे हैं। ब्लाइंड आइटम में आप किसी का नाम नहीं लिखते, इसका मतलब यह तो नहीं कि आप से कोई सवाल नहीं कर सकता? एक बार हम मान भी नें कि कोई एल्कोहलिक फेज से गुजर रहा है, आप कौन होते हैं चुगलीबाजी करने के लिए? क्या पता इंसान 6 महीने बाद उस फेज से उबर जाता? जब संजू एल्कोहलिक पेज से गुजरते हैं तो वह बाबा है, पर जब सुशांत ने किया तो विलेन बनाकर पूरी दुनिया में प्रचार कर दिया। उसे गैर पेशेवर बना दिया।
कंगना रनौत ने कहा कि लोग उस कंगला का नाम नहीं लेते, जिसने तीन नेशनल अवॉर्ड जीते हैं, जो पद्मश्री है। आप सुशांत सिंह राजपूत का नाम नहीं लेते बेस्ट एक्टर में। आप सिर्फ सिद्धार्थ मल्होत्रा, वरुण धवन, टाइगर श्रॉफ का नाम लेते रहते हो। अपना ही नैरेटिव सेट करने में आप लगे रहते हो।आलिया भट्ट ने तो एक बार बोला भी था कि वह नहीं जानती सुशांत को कौन है वो टीवी एक्टर। उसके करियर का मजाक उड़ाते हो। कंगना ने कहा कि उसने मुझसे भी एक फिल्म करवाई थी उंगली करके। उसने पूरी साजिश की थी कि मेरा करियर तबाह कर सके। पहले कहा कि मेरा 45 मिनट का रोल है। बाद में उसने काट कूट कर रोल को 10 से 15 मिनट का कर दिया। वह तो मैं खुद बाद में राइटर डायरेक्टर बनी तो क्वीन और बाकी की फिल्मों से आगे आई। यही चीज करन जौहर ने सुशांत सिंह राजपूत की ड्राइव के साथ की। उसे डिजिटल प्लेटफार्म पर डाल दिया। अब यह बात बिल्कुल छुपी हुई नहीं है कि आउटसाइडर्स को ऊंचा उठने से रोकने के लिए साजिशें की जाती हैं। उन साजिशों को अंजाम देने के लिए खुद का पैसा भी लगाया जाता है और उसको डुबाते हैं।