अभिनेता हमेशा अपने फैंस के दिल में रहता है, पर कुछ एक्टर ऐसे होते हैं जो मरने के बाद भी दर्शकों के दिल में जिंदा रहते हैं। उन्हीं में से एक हैं इरफान खान, जो अफसोस अब हमारे बीच नहीं रहे। पर, उनके डायलाॅग्स हमेशा हमारे दिल में उनके नाम को जिंदा रखेंगे।
इरफान खान की असामयिक मौत के बाद पूरा देश सदमे में आ गया है। उनके फैंस अपने फेवरेट स्टार को याद कर अपनी फीलिंग्स शेयर कर रहे हैं। अमिताभ बच्चन ने अपने ट्वीट में लिखा है कि आज सबसे बड़ा डिस्टर्बिंग न्यूज मिला है हमारे सहकलाकार इरफान खान नहीं रहे। आज हम आपके उनके कुछ फेवरेट डायलाॅग बता रहे हैं, जो आज भी आपको याद होंगे और हमेशा याद रहेंगे।
कहो हां
2012 में आई फिल्म पान सिंह तोमर आज भी सबके जुबान पर चलती रहती है। इस फिल्म के लिए इरफान खान को 2013 में बेस्ट एक्टर के राष्ट्रीय अवॉर्ड से नवाजा गया था।
तुमको याद रखेंगे गुरु हम आई लाइक आर्टिस्ट
हासिल फिल्म इरफान खान की शुरुआती फिल्मों में से है। छात्र राजनीति पर आधारित इस फिल्म ने क्रिटिक्स में काफी सराहना बटोरी।
रिश्तों में भरोसा और मोबाइल में नेटवर्क न हो तो लोग गेम खेलने लगते है।
2005 में आई फिल्म जज्बा का यह डायलॉग्स काफी मशहूर हुआ था। इस फिल्म में इरफान खान इंस्पेक्टर योहान का किरदार निभाया था।
शराफत की दुनिया का किस्सा ही खत्म, अब जैसी दुनिया वैसे हम
जज्बा फिल्म का ये भी डायलॉग अभी भी मशहूर है। लोग इसे कभी नहीं भूल सकते हैं।
पिस्टल की ठंडी नाली जब कनपटी पर लगती है ना, तब जिंदगी और मौत का फर्क समझ में आता है।
2006 में आई फिल्म द किलर ये डायलॉग जितना बेहतरीन है उससे कहीं ज्यादा इसे कहने का अंदाज रहा.
बाज पर पलटवार हुआ, कहानी सच्ची नहीं पर अच्छी लगती है।
एक बेहतरीन एक्टिंग किसे कहते हैं अगर जानना है तो एक बार फिल्म मदारी जरुर देखनी चाहिए। इस फिल्म ने साबित कर दिया कि इरफान खान के टक्कर का कोई नहीं है।
पिस्टल की गोली और लौंडिया की बोली जब चलती है, तो जान दोनों में ही खतरे में होती है
फिल्म गुंडे
सिर्फ इन्सान गलत नहीं होते, वक्त भी गलत हो सकता है।
फिल्म डी-डे
ये शहर हमें जितना देता है बदले में उससे ज्यादा ले लेता है।
फिल्म लाइफ इन ए मेट्रो
इश्क का एक प्रोब्लम है, अगर एक की लगी तो दुसरे की भी लगनी है कभी न कभी।
फिल्म ये साली जिन्दगी