देश में ‘अनलॉक’ के दूसरे चरण की घोषणा के बाद से सिनेमाघरों को खोलने की अनुमति नहीं देने के सरकार के फैसले पर निराशा जताई है. सिनेमा और मल्टीप्लेक्स परिचालकों ने कहा कि इस बारे में जल्द कोई निर्णय लेने से फिल्म उद्योग को संसाधन जुटाने में मदद मिल सकती है.
मीडिया ख़बरों की माने तो एमएआई ने अपने एक बयान में बताया कि सिनेमाघरों को फिल्म उद्योग की रीढ़ माना जाता है जिसका फिल्म व्यवसाय में लगभग 60 प्रतिशत का योगदान है.
एमएआई के अनुसार, विश्व स्तर पर, फ्रांस, इटली, स्पेन, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, हांगकांग, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका जैसे देशों में उच्च स्तर के सुरक्षा प्रोटोकॉल को लागू करते हुए सिनेमाघरों को खोला गया है.
भारत में मल्टीप्लेक्स उद्योग सीधे तौर पर 2,00,000 (दो लाख) से अधिक लोगों को रोजगार देता है और जिसका फिल्म व्यवसाय के राजस्व में लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा है.