बॉलीवुड के सबसे आइडियल कपल अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और जया बच्चन (Jaya Bachchan) की शादी की आज 47वीं सालगिरह (Amitabh Jaya Wedding Anniversary) है. ऐसे में अमिताभ से जुड़े कई किस्से रहे हैं जो अमिताभ और जया के दरमियान आये. एक ऐसा दौर था जब इस रिश्ते की गांठ थोड़ी कमजोर पड़ने लगी थी. उसकी वजह थीं अभिनेत्री रेखा. ये लव स्टोरी आज भी लोगों के लिये एक पहेली बनी हुई है.
![](http://i3.wp.com/filmynism.com/wp-content/uploads/2020/06/amitabh_bachchan-3_copy_6159194_835x547-m.jpg)
कहा जाता है कि एक दौर में अमिताभ का दिल रेखा के लिये धड़कता था, हालांकि दोनों एक नहीं हो सके, रिश्ते को नाम नहीं दे सके, इसका मलाल शायद दोनों को है। अब रेखा ने अमिताभ को लेकर चुप्पी तोड़ी है, उसकी अंदाजा रेखा के कुछ बयानों को पढ़कर लगाया जा सकता है.
![](http://i0.wp.com/filmynism.com/wp-content/uploads/2020/06/jaya-bachchan_1523264094.jpg)
साल 2004 में ‘रेन्डिवू विद सिमी ग्रेवाल’ कार्यक्रम में बात करते हुए रेखा ने कहा, “मैं यह उनका घर तोड़ने के लिए नहीं कह रही हूं. एक इंसान के नाते मैं यह कह सकती हूं कि उनके होने से मुझे खुशी होती है. उनकी अच्छाइयों से मैं बहुत ज्यादा प्रभावित हो गई थी. मेरे लिए मिस्टर बच्चन के सामने खड़े रहना आसान नहीं होता. अपनी जिंदगी में मैंने उनकी तरह कुछ देखा ही नहीं. उनकी वजह से ही मैंने खुद पर भरोसा करने सीखा है.”
![](http://i2.wp.com/filmynism.com/wp-content/uploads/2020/06/xamitabh-rekha2.jpg.pagespeed.ic_.QE_EoEMRDT.jpg)
आपको बता दें कि रेखा के पति इस दुनिया में नहीं हैं, हालांकि वो एक सुहागन की तरह रहती हैं, उनकी मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र हमेशा देखा जाता है, कहा जाता है कि रेखा और अमिताभ को जब प्यार हुआ था, तब महानायक शादीशुदा थे, दोनों ने गुपचुप शादी भी कर ली थी. हालांकि दुनिया के सामने इस रिश्ते को नहीं कबूला, लेकिन रेखा आज भी उनके नाम की सिंदूर लगाती है. हालांकि पूरा सच क्या है, ये सिर्फ दो लोग जानते हैं, जिन्होने चुप्पी साध रखी है.
![](http://i3.wp.com/filmynism.com/wp-content/uploads/2020/06/amitabh-bachchan-age.jpg)
कई किताबों और लेखों में यह बात सामने आई है कि जब फिल्म ‘कूली’ के वक्त अमिताभ बच्चन घायल हुए रेखा भागती हुई ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंची. लेकिन रेखा को लेकर जया की सख्त हिदायत थी कि किसी भी हाल में उन्हें अंदर न घुसने दिया जाए. इस बारे में रेखा कहती हैं, “सोचिए मैं उनसे ये बता तक नहीं पाई कि उस वक्त मैंने कैसा महसूस किया. मुझे मौत मंजूर थी पर बेबसी नहीं. शायद मौत भी इतनी बुरी नहीं होती होगी.”