जानी मानी अभिनेत्री गीतांजलि मिश्रा (Geetanjali Mishra) अपनी शानदार एक्टिंग को लेकर तो फेमस हैं ही, समय समय पर कुछ अलग करने में भी पीछे नहीं रहती हैं। कोरोना महामारी के दौरान लॉक डाउन में उन्होंने जरूरतमंदों की सेवा की थी। अब उनकी के कविता बहुत चर्चित हो रही है, जिसमें छोटे शहरों में रहने वाले युवाओं के बड़े सपनों पर बात की है।
प्रेरणा वैष्णव, जयपुर।
अभिनेत्री गीतांजलि मिश्रा का जन्म मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा मुंबई से पूरी की। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन वह टेलीविजन की दुनिया में काम करेगी। गीतांजलि ने धारावाहिक पिया का घर से अपने करियर की शुरुआत की थी। वह इस शो में एक छोटे से किरदार में नजर आई थीं। इस शो के बाद उन्हें डीडी चैनल के धारावाहिक जाने कौन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका मिला। इस शो में काम करने के बाद उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने टेलीविजन के दर्जनों शो में काम किया है। जिसमें ‘मयके से बंदी दोर’, ‘रणबीर रानो’, ‘सोहनी महिवाल’, ‘मटी की बन्नो’, ‘जय वैष्णो देवी’, ‘बालिका वधू’ रंगरसिया ‘,’ कोड रेड ‘,’ चंद्र नंदिनी ‘और’ ‘संगम’, नागिन। यह सब उनके लोकप्रिय धारावाहिक है
दरअसल, आज हर कोई शहर की ओर भागने लगा है। महानगरों एवं छोटे-बड़े शहरों में आज गांव से आने वाले युवकों व अन्य लोगों की भरमार हम देख रहे है। गीतांजली मिश्रा जी ने इसी सम्बन्ध में कविता लिखी है। एक छोटी सी कोशिश की है भविष्य के सच्चे हीरोज़ के सम्मान की “शहर की लड़की” काफ़ी हिट गाना रहा है, अब देखते हैं “गॉंव का लड़का” कहॉं तक जाता है।
तुम बड़े शहरो में रहने वाले
आपस में ऐसा कहने वाले,
तुम बड़े शहरो में रहने वाले
आपस में ऐसा कहने वाले।
कॉल सेंटर में काम करेंगे,
बॉलीवुड में अपना नाम करेंगे – 2
पैरों पर पैर रखकर
मुंह से धुएं के छल्ले उड़ाते है -2
और पास से गुजरने वाले लड़के का मजाक उड़ाते है।
जब देर से उठ कर,
आलस से तुम्हारा शरीर
बिस्तर पर पड़ा रहता है।
गांव का वही लड़का 15 किलोमीटर की दूरी तय कर
वर्जिश कर, गांव के कामों के लिए खड़ा रहता है।
दरअसल यह भी उसी जज्बे का मारा है -2
जिसके कारण अब्दुल हमीद और हकीकत राय जेसो से जुड़ा गौरवशाली इतिहास हमारा है।
मेहनत करके इसको भी उसी फौज में जाना है -2
जिसमे शामिल जांबाजों को अपना हीरो मना है।
याद रहे,
खुद से पूछो -2
क्या तुम हो उस लायक
क्या तुम में है वो बात
जिसके चलते वो वीर जवान – 2
तुम्हारी रक्षा के लिए
है सरहदों पर तैनात।
याद रहे,
ये गांव का लड़का वही
जिसके लिए देश सेवा ही सबसे सही है -2