गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्म पुरस्कारों का भी ऐलान हुआ जिनमें कई फिल्मी हस्तियों के साथ अदनान सामी का नाम भी पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने के लिए शामिल किया गया है. वहीँ ऐलान के बाद से इसका विरोध शुरू हो गया है. इस विरोध में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) और कांग्रेस सरकार पर सवाल उठा रही है.
MNS की सिनेमा विंग के प्रमुख अमय खोपकर ने ट्वीट किया, ”अदनान सामी मूल रूप से भारतीय नहीं हैं. एमएनएस का मानना है कि उन्हें कोई अवॉर्ड नहीं दिया जाना चाहिए. हम उन्हें पद्मश्री दिए जाने के फैसले का विरोध करते हैं. हमारी मांग है कि उनसे यह सम्मान वापस लिया जाए.”
उधर, कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भी सरकार से सवाल किया है. पाक वायुसेना के अफसर के बेटे को सम्मान दिया जा रहा है?
दरअसल अरशद सामी खान पाकिस्तानी वायुसेना में पायलट थे. उन्होंने 1965 की भारत-पाकिस्तान जंग में हिस्सा लिया था. इसके लिए अरशद को बेस्ट फाइटर पायलट की ट्रॉफी से नवाजा गया था. अरशद सामी बाद में पाकिस्तान में विदेश सेवा से जुड़ गए थे. वह पाकिस्तान के 3 राष्ट्रपतियों के एडीसी भी रहे थे. बहादुरी के लिए ‘सितारा-ए-जुरत’ पुरस्कार मिला था. 2009 में मृत्यु के बाद पाकिस्तान ने उन्हें 21 तोपों की सलामी दी थी.
बता दें कि अदनान सामी ने पाकिस्तान से अपना सिंगिंग करियर शुरू किया था. 2001 में पर्यटक वीजा लेकर अदनान भारत आए. साल 2015 में भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया और 2016 में अदनान को भारतीय नागरिकता मिल गई.