राजकपूर के छोटे बेटे राजीव कपूर (Rajiv Kapoor) अब नहीं रहे। महज 58 साल की उम्र में हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हो गया। कपूर खानदान का यह वारिस सिर्फ राम तेरी गंगा मैली (Ram Teri Ganga Maili) के लिए ही याद रखा जाएगा। यह खुद उन्होंने ही एक बार एक इंटरव्यू में कहा था। दरअसल, एक इंटरव्यू में राजीव कपूर ने कहा था कि बड़े बाप और महान भाई के बीच हम सिर्फ और सिर्फ एक फिल्म राम तेरी गंगा मैली के लिए ही याद रखे जाएंगे।
राजीव कपूर (Rajiv Kapoor) ने कहा था भाइयों में एक हिट हीरो हुआ, तो दूसरा कम चला। पर, उनकी दोनों बेटियों ने फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया। मैं सबसे पीछे रह गया। एकदम साधारण और ग्लैमर से दूर, पर अब कोई अफसोस नहीं। उन्होंने कहा था कि यूं जीने का भी अपना सुकून है। पब्लिक की नजर और स्क्रूटिनी से दूर।
उन्होंने कहा था कि मैं राजीव कपूर (Rajiv Kapoor) । महान राज कपूर साहब का सबसे छोटा बेटा, जिसे लोग सिर्फ एक फिल्म से याद रखते हैं। राम तेरी गंगा मैली (Ram Teri Ganga Maili)। मसखरे कहते हैं कि फिल्म भी सिर्फ एक ही वजह से याद रखी जाती है। झरने के नीचे सफेद साड़ी, सिर्फ सफेद साड़ी पहन नहाती मंदाकिनी के सीन के लिए। राजीव कपूर ने कहा था कि हालांकि फिल्म का एक सीन और भी विवादित हुआ था, जिसमें मंदाकिनी का किरदार ट्रेन से सफर कर रही है। उसकी गोद में बच्चा है। उसे भूख लगती है और मंदाकिनी वहीं चोली ऊपर कर उसे दूध पिला देती है। दुनिया का सबसे पवित्र दृश्य। मां बेटे का पोषण कर रही है, मगर किसी को कैमरे के एंगल पर ऐतराज हुआ तो किसी को राज कपूर की नीयत पर।
दरअसल, राजीव कपूर के डेब्यू के दो साल बाद आई थी राम तेरी गंगा मैली। राज कपूर की आखिरी फिल्म थी। इसके बाद वो हिना बना रहे थे। पाकिस्तान की लड़की जेबा बख्तियार और चिंटू भइया के साथ, मगर बीच में ही बीमारी के चलते निधन हो गया, फिर मैंने उस फिल्म को प्रोड्यूस किया और डब्बू भइया (रणधीर कपूर) ने डायरेक्ट। वो भी फिल्म खूब चली थी।