आज इंटरनेशनल वीमेंस डे (International Women’s Day) है यानी महिलाओं का दिन। आज सिर्फ और सिर्फ महिलाओं की बातें। इस खास दिवस पर हमने बाॅलीवुड व टीवी की कुछ खास अभिनेत्रियों से बातचीत की और महिलाओं के प्रति उनकी सोच जानने की कोशिश की। फिल्मिनिज्म (Filmynism) से बातचीत में इन अभिनेत्रियों ने खुलकर अपने दिल की बात की। सबने एक सुर में कहा कि अब महिलाएं हर फील्ड में आगे बढ रही हैं या यूं कहें पुरुष से भी आगे हैं।
सिर्फ ग्लैमर की बादशाह नहीं हैं महिलाएं
टीवी अभिनेत्री गीतांजलि मिश्रा (Geetanjali Mishra) कहती हैं कि महिलाएं आज किसी भी मामले में पुरुष से कम नहीं हैं। आज कोई भी फील्ड नहीं है, जिससे महिलाएं अछूता हैं। महिलाएं सिर्फ ग्लैमर की दुनिया की ही बादशाह नहीं हैं, बल्कि इंजीनियरिंग हो या मेडिकल या फिर साहित्य हर जगह अपनी बादशाहत दिखा रही हैं। गीतांजलि मिश्रा सबटीवी आ रहे सीरियल मैडमसर में दिखने वाली हैं। टीवी जगत की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक मानी जाने वालीं गीतांजलि कई टीवी शोज में दिख चुकी हैं। वीमेंस डे पर गीतांजलि मिश्रा कहती हैं आज जमाना महिलाओं का है, और अब उन्हें कोई पीछे नहीं कर सकता।
अब अपनी तकदीर खुद लिख रहीं महिलाएं
बाॅलीवुड अभिनेत्री उर्मिला महंता (Urmila Mahanta) ने इस मौके पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आज का दिन हमसब महिलाओं के लिए बहुत खास है। आज हर महिलाओं के लिए खुशी होने का दिन है, क्योंकि हर दुनिया का हर एक शख्स महिलाओं की ही बात कर रहा है। उर्मिला ने कहा कि आज महिलाओं की स्थिति बहुत अच्छी हुई है। हर फील्ड में वे आगे निकल आई हैं। सिर्फ पढाइ लिखाई की ही बात नहीं, पाॅलिटिक्स व साइंस में भी अपना झंडा बुलंद कर रही हैं। महिलाएं अब अपनी किस्मत खुद लिखने लगी हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि अब भी देश के कुछ इलाकों में इनकी स्थिति में सुधार की गुंजाइश है, पर फिर भी इतना कह सकते हैं कि महिलाएं अब अपनी तकदीर खुद लिख रही हैं, अपनी जीती जागती तस्वीर खुद बना रही हैं।
जज्बा चाहिए तो कुछ भी नहीं है मुश्किल
बॉलीवुड अभिनेत्री गायत्री अय्यर (Gayathri Iyer) का मानना है कि महिलाएं चाहें तो कुछ भी कर सकती हैं, कुछ भी बदल सकती हैं, बस उनमें ऐसा करने का जज्बा चाहिए। एक महिला का उत्साह हमेशा उनसे बढ़कर होता है। हमारे समाज में यह आज की महिलाओं का जज्बा दर्शाता है। मेरी जिंदगी में आई सभी महिलाओं ने मुझे यहां तक पहुंचने का हौसला दिया, जहां आज मैं हूं और अपने सपनों को पूरा करने में मेरी मदद की।
अब चौखट से निकलकर आसमां छू रहीं महिलाएं
वीमेंस डे पर अभिनेत्री नेहिका सिंह राजपूत (Nehika Singh Rajput) का कहना है कि महिलाएं हैं तभी कोई और है। अगर महिलाएं न हों तो यह समाज कभी समाज नहीं रहेगा। महिलाएं आज हर फील्ड में आगे हैं और यह किसी के मोहताज पर नहीं हैं, बल्कि अपने बूते आगे आई हैं। महिलाओं के लिए अब कुछ भी करना आसान है। पाॅलिटिक्स में भी अब महिलाएं बढचढकर हिस्सा ले रही हैं। अब चौखट से निकलकर संसद तक बेझिझक होकर पुरुषों से कंधा मिला रही हैं।
अब महिलाएं किसी की कठपुतली नहीं रहीं
अभिनेत्री डिंसी वीरा (Dincy Vira) तो महिलाओं को लेकर कुछ ज्यादा ही सजग हैं। उनका कहना है कि आज की महिलाओं में अब वो हिम्मत या जज्बा आ गया है, जो अबसे पहले कभी नहीं था। अब महिलाओं किसी की बपौती या कठपुतली नहीं है, बल्कि एक निडर इंसान की तरह अपने कर्म पथ पर आगे बढ रही हैं। हालांकि डिंसी का कहना है कि महिलाओं को अभी और आगे का सफर तय करना होगा। अब भी कई गांवों, कस्बों व राज्यों में महिलाओं को वह इज्जत नहंी मिल पा रही है, जिसकी वो हकदार हैं।
महिलाएं चाहें तो कुछ भी कर सकती हैं
अभिनेत्री अशनूर कौर (Ashnoor Kaur) कहती हैं कि एक आदर्श महिला वह नहीं जो समाज के बनाए ढांचे में खुद को ढालने की कोशिश करती है, बल्कि वो है जो इस ढांचे को तोड़कर अपने जैसी कई अन्य महिलाओं के लिए एक नए रास्ते खोलती है। मैं खुद को प्रेरित करती हूं, मेरे संघर्ष मुझे प्रेरित करते हैं, मेरी असफलताएं मुझे प्रेरित करती हैं और मेरी गलतियां मुझे ताकत देती हैं।
अपने हक के लिए आवाज उठा रही हैं महिलाएं
आकांक्षा पुरी (Akanksha Poori) कहती हैं कि कला के क्षेत्र से जुड़ी महिला होने के नाते मैं पूरे विश्वास से कह सकती हूं कि बदलाव जारी है। महिलाओं को ऐसे रोल्स मिल रहे हैं, जो उन्होंने कुछ साल पहले देखे तक नहीं थे। साथ ही, वो ऐसे आंदोलन शुरू कर पा रही हैं, जिसमें वो अपने हक के लिए आवाज उठा रही हैं। मैं सभी महिलाओं को हैप्पी वूमेंस डे कहना चाहूंगी। आज हमसब का दिन है, महिलाएं हैं तो सबकुछ है।