अपनी हर फिल्म में एक अलग छाप छोड़ने वाले बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी का कहना है कि वह हमेशा नकरात्मक किरदारों में भी सकारात्मकता लाने की कोशिश करते हैं. आनेवाली फिल्म ‘गुड़गांव’ में वे केहरी सिंह का किरदार निभा रहे हैं. सच्ची घटना पर आधारित फिल्म ‘गुड़गांव’ का निर्देशन शंकर रमण कर रहे हैं. फिल्म में पंकज एक रियल स्टेट कारोबारी के रूप में नजर आयेंगे, जो अपनी बेटी के नाम पर प्रीत रियल स्टेट चलाते हैं. वह अपनी बेटी को बेहद भाग्यशाली मानते हैं और वह उनकी आंखों का तारा है. वहीं, अपने बेटे निक्की सिंह को निक्कमा व आवारा बताते हुए वह कारोबार से दूर रखते हैं. फिल्म में पंकज के किरदार का मानना है कि उनका बड़ा बेटा उनके लिए सिर्फ बदकिस्मती लाता है.
आपको बता दें, ‘गुड़गांव’ फ़िल्म को लेकर चर्चा सिर्फ़ इसलिए नहीं है कि इस फ़िल्म का नाम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ने वाले एक इलाके पर है. इस फ़िल्म की चर्चा के कई कारण हैं, जैसे, इस फ़िल्म को एक नेशनल फ़िल्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के द्वारा करवाए गए एक फ़िल्म फ़ेस्टिवल में पहले से ही पुरस्कार मिल चुका है. इस फ़िल्म के निर्माता इससे पहले ‘लायर्स डाइस’, ‘किल्ला’ और ‘निल बटे सन्नाटा’ जैसी चर्चित फ़िल्में बना चुके हैं और साथ ही फ़िल्म के निर्देशक शंकर रामन दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं. फ़िल्म के निर्माताओं के अनुसार इस फ़िल्म की कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है और फ़िल्म में मुख्य भूमिकाओं में पंकज के साथ अक्षय ओबेरॉय, रागिनी खन्ना और शालिनी वत्स नज़र आने वाली हैं. पटना की शालिनी वत्स कहती हैं कि मैं काफी दिनों बाद फिल्म कर रही हूं, वो भी इसलिए कि इसकी कहानी डिफरेंट थी अौर पंकज जी के साथ काम करने का मन था. फ़िल्म की कहानी, जैसे ट्रेलर से मालूम चलता है, गुड़गांव के अमीर बिज़नेस फ़ैमिली के इर्द गिर्द घूमती है जहां ज़मीनों के माफ़िया केहरी सिंह (पंकज त्रिपाठी) की बेटी को लोग किडनैप कर लेते हैं. लेकिन कन्फ़युज़न तब खड़ा होता है जब केहरी की पत्नी के पास फ़िरौती की मांग तीन करोड़ और केहरी के पास सिर्फ़ पाँच लाख ही आती है. अब इसमें से सही डिमांड किसकी है, केहरी सिंह का खुद का अतीत कितना साफ़ है और बेटी का किडनैप किया किसने है, ऐसी कई सारी बातें इस फ़िल्म देखने के बाद ही परत दर परत खुलेंगी. यह फ़िल्म 4 अगस्त को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी.