इंग्लैंड से मधु चौरसिया।
कोरोना काल में जहां लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के जरिए अपनी अहम भूमिका निभाई है, वहीं आजकल वेबिनार ने मीलों की दूरिया चंद लम्हों में मिटा दी हैं। इन दिनों इंटरनेट पर हर जगह हर क्षेत्र में वेब सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में संगीत भला कैसे अछूता रहे।
इसी कड़ी में इंग्लैंड में अंतरराष्ट्रीय संस्था बिहारी कनेक्ट हर रविरवार इंग्लैंड के समयानुसार शाम 4 बजे, जबकि भारतीय समय रात्रि 8 बजकर 30 मिनट पर ऑन न जागरूकता अभियान लोक संगीत का आयोजन करती हैं। इस कड़ी में लखनऊ के दीपक त्रिपाठी और गोरखपुर की अनन्या सिंह ने इस रविवार अवधी, भोजपुरी, हिन्दी विधा के सुप्रसिद्ध लोक गायक दीपक लोकप्रिय गायिका अनन्या सिंह ने अपनी मधुर शैली में गायन प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दोनों सिंगरों ने एक से बढ़कर एक विधा के गीत गाए इंग्लैंड ही नहीं अमेरिका, दुबई और यूरोप सहित कई देशों में बसे भारतीय दर्शकों ने इस आयोजन का जमकर लुत्फ उठाया।
इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय उच्चायोग लन्दन के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन लंदन की अंतरराष्ट्रीय संस्था बिहारी कनेक्ट के चेयरमैन उद्धेश्वर कुमार सिंह ने किया। जिसके बाद दीपक त्रिपाठी और अनन्या ने कार्यक्रम की शुरूआत निमिया के डारी मैया डाली झूलनवा से की जिसके बाद दर्शकों और श्रोताओं की डिमांड का तांता लग गया।
दीपक ने मां को समर्पित गीत गाया इसके साथ ही सौहर और हिन्दी गानों की झड़ी लग गई । इनमें शामिल हैं तनि ताकि न बलम, माई के दूधवा जैइसन दूसर मिठाई न मिली, पायो जी मैंने रामरतन धन पायो, झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में, दमासम मस्त कलंदर, मिथिला नगरिया आजु निहाल, झूठ बोले कौआ काटे, विदेश में बसे भारतीय के लिए उन्होंने रिश्ता न टूटे हिन्दुस्तान से और लेके मंदी के संदेश से और सीता राम सीता राम सीता राम कहिए जेही विधि राखे राम तेहि बिधि रहिए से कार्यक्रम का समापन किया।
इस पूरे कार्यक्रम में अनन्या ने सुरीले आंदाज में दीपक त्रिपाठी का साथ दिया। इस आयोजन में तरुण कुमार, ओमप्रकाश सिंह, कल्पना कुंदन, रश्मि मिश्रा सहित कई श्रोताओं ने अहम भूमिका निभाई। अपनी प्रस्तुति को लेकर दीपक त्रिपाठी और अनन्या ने तहे दिल से सबका शुक्रिया अदा किया। कार्यक्रम के अंत में मशहूर भोजपुरी म्यूजिक कंपोजर धनंजय मिश्रा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।