सीमा पार से प्यार, परिवार और अपनों को खोने की कहानी है ‘धूप की दीवार’
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सीमा पार से प्यार, परिवार और अपनों को खोने की कहानी है ‘धूप की दीवार’

ZEE5 Zindagi-Dhoop Ki Deewar-Filmynism

प्यार में वह ताकत होती है, जो सभी बाधाओं को पार कर जाता है और जिंदगी ब्रांड ने हमेशा अपने शो के माध्यम से इसे ही दिखाया है। प्यार की इस बेमिसाल ताकत की याद दिलाते हुए जी-5 ने अपनी तीसरी जिंदगी ओरिजिनल ‘धूप की दीवार’ की घोषणा कर दी है। यह सीरीज इस विश्वास के साथ बनायी गयी है कि हमारी एकजुट कोशिश नफरत को आगे बढ़ने से रोक देगी और मानवता का पाठ पढ़ायेगी। यह मशहूर जोड़ी सजल अली और अहद रजा मीर अभिनीत शो 25 जून को सबके सामने हाजिर होगी।

बहुचर्चित लेखिका उमेरा अहमद द्वारा लिखी गयी और हसीब हासन द्वारा तैयार की गयी, ‘धूप की दीवार’ हार्ट ओवर हेट (नफरत पर प्यार की जीत) का पैगाम देती है। इसमें सीमा पार से प्यार, परिवार और अपनों को खोने की कहानी को पेश किया गया है। इस सीरीज में अहद रजा मीर ने भारत के विशाल और सजल अली ने पाकिस्तान की सारा की भूमिका निभाई है। ये दोनों उस समय अपनी जिन्दगी एक ही मुकाम पर पाते हैं, जब वे दोनों ही युद्ध में अपने पिता को खो देते हैं और उनका यह दर्द उनकी दोस्ती की नींव बन जाती है। सामिया मुमताज, जैब रहमान, सवेरा नदीम, समीना अहमद, मंजर सेहबाई, रजा तालिश, अली खान, अदनान जफर जैसे कई हुनरमंद कलाकारों ने इस वेब सीरीज में प्रमुख किरदारों को पर्दे पर साकार किया है। इस वेब सीरीज में दो परिवारों पर शहादत और युद्ध के प्रभाव को दिखाया गया है।

‘धूप की दीवार’ के बारे में निर्देशक हसीब हासन ने कहा कि “धूप की दीवार’ सीमाओं, धर्म और सामाजिक बुराइयों से परे सकारात्मकता का एक आईना है। कहानी की सादगी ही, इस शो का सार है। इस शो में, सीमा पार की प्रेम कहानी जैसे विषय को काफी अलग और सुन्दर तरीके से पेश किया गया है। इस कहानी में जीवन में छुपी शांति, सद्भाव और मोहब्बत के संदेश को बखूबी देखा जा सकता है । मिस्बाह शफीक सहित हमारी पूरी टीम ने काफी मेहनत की है। हमें उम्मीद है हमारे दर्शक इसे पसंद करेंगे।

जिंदगी ऐसी कहानियों को लाने के लिए जानी जाती है जो दमदार और मनोरंजक होने के साथ ही दिल को छू लेने वाली होती हैं। इसकी पिछली दो फिल्मों ‘चुड़ैल्स’ और ‘एक झूठी लव स्टोरी’ को जबरदस्त सफलता मिली थी इस कंटेंट ब्रांड का एकमात्र मकसद अपनी नयी पेशकश के माध्यम से अपनी कहानी कहने की शैली को सामने लाना है।

लेखिका उमेरा अहमद ने कहा, “धूप की दीवार’ मेरे दिल के बहुत करीब है। कहानी के लिए मेरी प्रेरणा सिर्फ यही रही है कि आप चाहे जिस भी देश, धर्म, या आस्था से जुड़े हैं, दर्द की जुबान एक होती है और यह हम सबसे ऊपर है। यह प्यार, दर्द और खोने देने की कहानी है जिसे सीमा पार और विदेशों में रह रहे लोग मानवीय स्तर पर जोड़ कर देख सकते हैं।

ऐसे समय में जब युद्ध और नफरत हमारी जान ले रहे हैं, ‘धूप की दीवार’ हमें यह बताती है कि सीमा के दोनों ओर कोई भी सैनिक नहीं मरना चाहिए और मानवता को राजनीतिक सीमाओं से बंधना नहीं चाहिए। यह शो दो देशों के बीच युद्ध के बाद के एक आत्मनिरीक्षण के बारे में बताता है और यह बताता है कि युद्ध में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवार किस तरह भौगोलिक एवं राजनीतिक सीमाओं से परे दुःख में एकजुट होते हैं।

ग्रुप एम पाकिस्तान के चीफ इंवेस्टमेंट ऑफिसर अतीक रहमान कहते हैं, जब आप कुछ ऐसा करने की सोचते हैं जो किसी ने आपके इस बाजार में नहीं किया तो वह आसान नहीं होता है। ‘धूप की दीवार’ मोशन और ग्रुप एम पाकिस्तान में हमारी एक ऐसी ही कोशिश है। हमारा मानना है कि विचार और बाजार अग्रणी होने के नाते, हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम लगातार कुछ अलग और अच्छा करने की कोशिश करते रहें। इस सफर में टीम को काफी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत थी और जिस तरह से हमने यह सफर तय किया है वह काबिल-ए-तारीफ है। ‘धूप की दीवार’ प्यार और खोने की कहानी है, जोकि शांति की बात करती है।‘’

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