नाजिया अहमद।
कहते हैं परदे पर आने के लिए एक गॉडफादर की जरूरत होती है। बिना गॉडफादर के आप टैलेंट रहते हुए भी कुछ नहीं कर पाएंगे। पर, कई ऐसे अभिनेता व अभिनेत्री हैं, जो बिना किसी गॉडफादर के भी अपने फैंस के दिलों पर राज कर कर रहे हैं। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत इसके उदहारण थे। आज हम बताएंगे कुछ ऐसी अभिनेत्रियों के बारे में जो बिना किसी जैक के परदे पर राज कर रही हैं।
आज टीवी की दुनिया में स्टार बनने का मतलब है, देश के हर घर में अपनी पहचान बनाना। कई मायनों में टीवी फिल्मों से काफी बड़ा अब हो चुका है। खुद सलमान खान तक यह कह चुके हैं कि उन्हें फिल्मों से ज्यादा लोग टीवी पर देखकर पहचानने लगे हैं। टीवी सीरियल्स की अपनी एक अलग ही दुनिया है। हर घर में इनकी कहानियों की ऐसे चर्चा होती है, जैसे पड़ोस के शर्मा जी या वर्मा जी के घर की बात हो रही हो। एकता कपूर टीवी की क्वीन कही जाती हैं। उनके सीरियल्स में काम करने का मतलब एंट्री के साथ ही पॉप्युलर होना। लेकिन इसी इंडस्ट्री में कुछ ऐसी भी ऐक्ट्रेसेस हैं, जिन्हें अपना मुकाम बनाने के लिए किसी ‘गॉडफादर’ की जरूरत नहीं पड़ी। नामी प्रॉडक्शन हाउस में काम करने वाले ऐक्टर्स भी खूब मेहनत करते हैं, लेकिन बड़ा नाम साथ होने के कारण उन्हें स्टारडम उनके लिए थोड़ा आसान जरूर हो जाता है।

हिना खान
हिना आज टीवी की दुनिया की सबसे पॉप्युलर ऐक्ट्रेसेस में से एक हैं। साल 2009 में उन्होंने ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से डेब्यू किया। ‘बिग बॉस’ से लेकर ‘खतरों के खिलाड़ी’ तक में अपना दम दिखाया। हिना की फैन फॉलोइंग काफी जबरदस्त है ।
दीपिका सिंह
एक बहू से आईपीएस अफसर तक का रोल। दीपिका सिंह ने ‘दिया और बाती हम’ से हर घर के दर्शकों का दिल जीता। ‘नच बलिए’ में डांस से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा तो ‘किचन चैम्पियन’ में अपने हर हुनर से लोगों को दीवाना बना दिया।
तेजस्वी प्रकाश
तेजस्वी ने साल 2012 में टीवी सीरियल ‘2612’ से डेब्यू किया था। इसके बाद 2013 में उन्होंने ‘संस्कार- धरोहर अपनों का’ और 2015 में ‘स्वारागिनी’ से हर घर मे खूब चर्चा बटोरी। ‘पहरेदार पिया की’, ‘रिश्ता लिखेंगे हम नया’ और ‘कर्ण संगिनी’ के बाद तेजस्वी ‘खतरों के खिलाड़ी 10’ में भी नजर आईं।
सुरभि चंदना
सुरभि ने साल 2009 में टीवी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ से टीवी पर ऐक्टिंग डेब्यू किया। 2014 में ‘कुबूल है’ में नजर आईं। इसके बाद ‘इशकबाज’ और ‘संजिवनी’ ने सुरभि को न सिर्फ स्टारडम दिया, बल्कि घर-घर की चहेती भी बना दिया। सुरभि ने ऐक्टिंग की दुनिया में आने से पहले मुंबई से एमबीए की पढ़ाई की और फिर मॉडलिंग और ऐक्टिंग करियर को चुना।
ईशा सिंह
भोपाल में पैदा हुई ईशा सिंह ने 2015 में टीवी पर ‘धानी’ के किरदार से डेब्यू किया। तब ईशा महज 17 साल की थीं। ‘इश्क का रंग सफेद’ में उनके इस किरदार को खूब पसंद किया गया। उन्हें इसमें एक विधवा लड़की का रोल प्ले किया। इसके बाद 2016 में ईशा ने ‘एक था राजा एक थी रानी’, 2018 में ‘इश्क शुभान अल्लहा’ और ‘जज्बात’ में काफी अच्छी ऐक्टिंग की।