अगर आप कोई हॉरर फिल्मो के शौक़ीन हैं तो ये फिल्म आपके लिए खास होगी। जी हाँ! हॉरर फिल्मों में अक्सर कहानी नहीं के बराबर होती है मगर इस फिल्म यानी कुकी में छोटी सी मगर खूबसूरत सी कहानी है।
फिल्म ‘कुकी’ की कहानी है देश के जाने माने मनोवैज्ञानिक राजीव कपूर (राजीव गुप्ता) और अपर्णा कपूर (रीना वाधवा) यह दोनों अपनी दो लड़कियों के साथ सुखी जीवन बिता रहे हैं। मगर बड़ी लड़की कुकी(विभूति शर्मा) को लगता है कि उसके मां-बाप उसकी छोटी बहन से ज्यादा प्यार करते हैं।
इसीलिए कहीं ना कहीं गुस्से की वजह से पागल भी होती रहती है उसे लगता है की छोटी बहन के कारण उसे मां बाप का प्यार नहीं मिल पाता इसलिए अपनी मां से नफरत भी करती है, और 1 दिन गुस्से में वह अपना घर छोड़ देती है आज रात में उसके साथ क्या होता है और कैसी आगे फिल्म बनती है इसी ताने-बाने पर बुनी गई है फिल्म ‘कुकी’।
‘कुकी’ पिछले हफ्ते आई कारण जोहर की फ़िल्म ‘भूत’ से बेहतर फ़िल्म है। इस फ़िल्म में हॉरर के साथ-साथ इमोशन और कहानी है जो आपको लगातार दर्शकों को बंधे रखती है। इतना ही नहीं भारतीय सिनेमा की पहली फ़िल्म होगी जिसमें भूत और उसका हॉरर दिन के समय पैदा किया गया।
जहां तक अभिनय की बात है मां बनी रीना वाधवा बाजी मार ले जाती हैं। उन्होंने दमदार अभिनय किया है। कुल मिलाकर ‘कुकी’ एक ऐसी फिल्म है जो हॉरर के चाहने वालो को जरूर पसंद आएगी।